तेरी मुहब्बत ही से  महक जाता है वजूद मेरा, यकीनन ये फकत इश्क नहीं कोई जादू है तेरा !!

मुझे इस बात का गम नहीं, कि बदल गया ज़माना, मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो, कहीं तुम ना बदल जाना !!

बिछड़कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था, बेशक ये ख्वाब था मगर हसीन कितना था !!

यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको, खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे !!

अक्सर मेरी हर बात पते की होती है, पर तू यकीन करने में देर लगाती है !!

मैंने प्यार में तुझ पर यकीन करना चाहा तूने मगर मुझे कभी ना सुकून देना चाहा !!

जनम जनम का रिश्ता बनता हैं प्यार से यकीन नहीं हो तो टूट जाता हैं शक से !!

तेरी पनाहों में हर वक्त मैं बस यकीन ढूंढता रहा मगर तू जैसे मुझ पर प्यार का एहसान करता रहा !!