गुज़र गया आज का दिन पहले की तरह,
ना हम को फुर्सत मिली ना उनको ख्याल आया !!
वो इश्क नहीं हम से कारोबार कर रहे थे कि जब फुर्सत में थे तभी प्यार कर रहे थे !!
काश तुझे कभी फुरसत में ये खयाल आ जाए,
की कोई याद करता है तुम्हें जिन्दगी समझकर !!
जब फुर्सत मिले मन की बात कह दीजिए बहुत खामोश रिश्ते ज्यादा देर तक जिंदा नहीं रहते !!
फुरसत में ही याद कर लिया करो हमें,
दो पल मांगते है पूरी जिंदगी तो नहीं !!
बड़े अजीब से हो गए हैं रिश्ते आजकल, सब फुरसत में हैं पर वक्त किसी के पास नहीं !!
फुर्सत मिले तोह उनका हाल भी पूछ लिया करो जिनके सीने में दिल की जगह तुम धड़कते हो !!
बड़ी मशरूफ रहती है आशिको की जिंदगी फुरसत में भी वो इश्क़ का ख्वाब बुनते रहते है !!
फुर्सत मिले तो कभी बैठ कर सोचना,
तुम
भी मेरे अपने हो या सिर्फ हम ही तुम्हारे हैं !!