बागवानी पर शायरी | Baagbaani Shayari in Hindi – Mad Best Shayari

बागवानी की शायरी

यूं ठहरे रहने से केवल मंज़िल वंजिल ना मिलती है
रात अंधेरी सुबह सुरमई पाकर ही कलियां खिलती हैं
ख़ाक सार होने की फितरत जिनके भीतर चमक उठी
उनकी हिम्मत की बीजों से जीवन की बगिया पनपी है !!

बागवान अपने बलबूते पौधे रोपता है,
और उन्हें खुद पाल-पोस भी सकता है।
जिन्हे सुगंध से एलर्जी हो,
वो रास्ता बदल कर निकले !!
Best Baagbaan Shayari in Hindi

बागों के हर फूल को अपना समझे बागबान,
हर घड़ी करे रखवाली,
पत्ती पत्ती डाली डाली सिंचे बागबान !!

सब परिंदे उड़ गए हैं, धीरे धीरे छोड़ कर
बागबान अब है अकेला उम्र के इस मोड़ पर !!
Baagwaani Shayari For Whatsapp

बहारों की रंगत हर बागबान में होती है,
इश्क की तड़प हर इंसान में होती है,
ना करे मोहब्बत ऐसा कोई पत्थर दिल नहीं,
पतझड़ में तो कलियां भी विरान होती है !!

हिफ़ाज़त करी सरदी-गर्मी बरिश-तूफ़ान में,
और एक दिन
जान भी ली उसी बागबान ने !!
बागवानी पर शायरी हिंदी में

वो सहन-ए-बाग़ में आए हैं मय-कशी के लिए
खुदा करे के हर इक फूल जाम हो जाए !!

चोट लग जाए जिसको गुलाब के फूल से,
उसका किसी से दिल लगाना आसान नहीं होता |
मोहब्बत करने वाले खुशबू बिखेरते चलते हैं,
फूलों को कुचलकर चलने वाला बागबान नहीं होता !!

मुझसे सलीका ना सिखा, बगीचे की बागबानी का,
फूल हो ये कांटे, इश्क बराबर करता हूं मैं !!
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